कागज की कशतियों में सवार हैं

कागज की कशतियों में सवार हैं
सब खुदगर्जियों के शिकार हैं
तोहमत भले ही किसी को भी दें
दिल हम सबके बेइखतियार हैं
तमन्नाओं को मार नहीं पाते
उसे पुकार नहीं पाते
हसरतों के तूफानों में बेपतवार हैं
कागज की कशतियों में सवार हैं
इश्क खौफ के दामन से जुडा है
हुस्न मजबूरियों की राह मुडा है
सांसे बोझल हैं वेहशत की फजा में
रोशनी केद है गरदिश की सजा में
खुशियां मौत पर उधार हैं
कागज की कशतियों में सवार हैं ..

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