Teri Ankhein
मिलते मिलते मिल गयीं ऑंखें तेरी
खुद पैगम्बर बन गयीं आंखें तेरी
दिल को तुझसे राह थी और इश्क था
रौशनी ले आ गयीं आंखें तेरी ....
कैसे कोई तोहम ते चाहत धरे
कैसे कोई ख्वाहिश ए आहत भरे
जब भी गहराइ है दिल में गम की शब
रात भर मिलके चलीं आंखें तेरी
मिलते मिलते मिल गयीं ऑंखें तेरी
खुद पैगम्बर बन गयीं आंखें तेरी .....
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